पीरियड्स के दर्द से तुरंत राहत के लिए 5 आसान योगासन

पीरियड्स हर महिला के जीवन का एक स्वाभाविक हिस्सा है, लेकिन इसके साथ आने वाला पेट दर्द अक्सर असहनीय हो जाता है। कई महिलाएं इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए तुरंत पीरियड में पेट दर्द की टेबलेट का सहारा लेती हैं। हालांकि, दवाएं हर बार लेना एक अच्छा विकल्प नहीं है। अच्छी खबर यह है कि योग में इसका एक सौम्य और प्रभावी समाधान मौजूद है।

यह समझना भी ज़रूरी है कि आखिर पेट मे दर्द क्यो होता है? पीरियड्स के दर्द से तुरंत राहत के लिए 5 आसान योगासन

पीरियड्स के दर्द से तुरंत राहत के लिए 5 आसान योगासन

पीरियड्स हर महिला के जीवन का एक स्वाभाविक हिस्सा है, लेकिन इसके साथ आने वाला पेट दर्द अक्सर असहनीय हो जाता है। कई महिलाएं इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए तुरंत पीरियड में पेट दर्द की टेबलेट का सहारा लेती हैं। हालांकि, दवाएं हर बार लेना एक अच्छा विकल्प नहीं है। अच्छी खबर यह है कि योग में इसका एक सौम्य और प्रभावी समाधान मौजूद है।

यह समझना भी ज़रूरी है कि आखिर पेट मे दर्द क्यो होता है? असल में, इस दौरान गर्भाशय की मांसपेशियां सिकुड़ती हैं ताकि गर्भाशय की परत को बाहर निकाला जा सके। इस सिकुड़न से पेट के निचले हिस्से, कमर और जांघों में दर्द होता है, जिसे मेंस्ट्रुअल क्रैम्प्स कहते हैं।

इस ब्लॉग में, हम आपको पीरियड्स में पेट दर्द कम करने के उपाय बताएंगे, जिसमें 5 ऐसे आसान योगासन शामिल हैं जो ऐंठन को कम करने और आपको तुरंत राहत देने में मदद कर सकते हैं।

पीरियड्स में योग – क्यों है यह फायदेमंद?

पीरियड्स के दौरान हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती है। योग इसका सबसे बेहतरीन विकल्प है। जब आप पूछते हैं कि पीरियड के दौरान कौन सी एक्सरसाइज करनी चाहिए,

तो जवाब है – कोमल योगासन। योग न केवल मांसपेशियों के तनाव को कम करता है, बल्कि ब्लड सर्कुलेशन को भी बेहतर बनाता है। इससे एंडोर्फिन नामक ‘फील-गुड’ हार्मोन रिलीज होता है, जो प्राकृतिक दर्द निवारक का काम करता है।

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पीरियड्स के दर्द से तुरंत राहत के लिए 5 योगासन

ये आसन पीरियड्स के दर्द के लिए एक बेहतरीन पीरियड में पेट दर्द का घरेलू उपाय exercise के तौर पर काम करते हैं। इन्हें करने के लिए आपको किसी खास तैयारी की जरूरत नहीं है, बस एक शांत कोना और एक योगा मैट काफी है।

1. बालासन (Child’s Pose)

बालासन एक आरामदायक आसन है जो पेट की मांसपेशियों को धीरे-धीरे स्ट्रेच करता है और पीठ दर्द में भी राहत देता है। यह तनाव और चिंता को कम करने में भी मदद करता है।

बालासन (Child's Pose)

कैसे करें:

  • घुटनों के बल बैठ जाएं और अपने पैरों की एड़ियों पर कूल्हों को टिकाएं।
  • सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें, जब तक कि आपका माथा फर्श पर न टिक जाए।
  • अपने हाथों को शरीर के साथ सीधा पीछे की ओर रखें, हथेलियां ऊपर की ओर हों। आप चाहें तो हाथों को आगे की ओर भी फैला सकते हैं।
  • इस स्थिति में रहते हुए गहरी और धीमी सांस लें। पेट पर पड़ता हुआ हल्का दबाव महसूस करें।
  • 1 से 3 मिनट तक इस आसन में बने रहें और फिर धीरे-धीरे वापस सामान्य स्थिति में आ जाएं।

2. मार्जरीआसन-बिटिलासन (Cat-Cow Pose)

यह आसन रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है और पेट की मांसपेशियों की मालिश करता है, जिससे ऐंठन कम होती है। यह ब्लड सर्कुलेशन को भी सुधारता है।

मार्जरीआसन-बिटिलासन (Cat-Cow Pose)

कैसे करें:

  • अपने घुटनों और हथेलियों के बल आ जाएं, जैसे एक टेबल की स्थिति में। आपकी कलाइयां कंधों के ठीक नीचे और घुटने कूल्हों के ठीक नीचे होने चाहिए।
  • सांस लेते हुए अपनी कमर को नीचे की ओर झुकाएं और सिर को ऊपर उठाएं (यह बिटिलासन या Cow Pose है)।
  • सांस छोड़ते हुए अपनी रीढ़ को ऊपर की ओर गोल करें, जैसे बिल्ली अंगड़ाई लेती है, और अपनी ठुड्डी को छाती से लगाने की कोशिश करें (यह मार्जरीआसन या Cat Pose है)।
  • इस प्रक्रिया को 10-15 बार धीरे-धीरे दोहराएं। अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें।

3. भुजंगासन (Cobra Pose)

भुजंगासन पेट के हिस्से को एक कोमल खिंचाव देता है, जिससे गर्भाशय की ऐंठन में राहत मिलती है। यह मूड को बेहतर बनाने और थकान को कम करने के लिए भी जाना जाता है।

भुजंगासन (Cobra Pose)

कैसे करें:

  • पेट के बल लेट जाएं, पैर सीधे और माथा जमीन पर।
  • अपनी हथेलियों को कंधों के नीचे फर्श पर रखें।
  • सांस लेते हुए धीरे-धीरे अपनी छाती को ऊपर उठाएं। ध्यान दें कि दबाव हथेलियों पर नहीं, बल्कि पीठ की मांसपेशियों पर होना चाहिए।
  • नाभि तक का हिस्सा ही ऊपर उठाएं, इससे ज्यादा नहीं।
  • कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें और सामान्य रूप से सांस लेते रहें।
  • सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे नीचे आ जाएं। इसे 3-4 बार दोहराएं।

4. सुप्त बद्ध कोणासन (Reclined Bound Angle Pose)

यह एक बहुत ही आरामदायक और प्रभावी आसन है। यह पेट के निचले हिस्से, जांघों और कूल्हों की मांसपेशियों को आराम देता है, जो पीरियड्स के दर्द का केंद्र होते हैं।

सुप्त बद्ध कोणासन (Reclined Bound Angle Pose)

कैसे करें:

  • पीठ के बल लेट जाएं।
  • अपने घुटनों को मोड़ें और पैरों के तलवों को एक साथ मिलाएं।
  • घुटनों को धीरे-धीरे दोनों तरफ बाहर की ओर गिरने दें, जिससे जांघों के अंदरूनी हिस्से में खिंचाव महसूस हो।
  • आप अपनी जांघों के नीचे तकिया या कुशन रख सकते हैं ताकि अधिक आराम मिले।
  • एक हाथ पेट पर और दूसरा दिल पर रखें।
  • आंखें बंद करें और 5-10 मिनट तक गहरी सांसें लेते रहें। यह आसन दर्द से तुरंत राहत देता है।

5. जानु शीर्षासन (Head-to-Knee Forward Bend)

यह आसन पीठ, हैमस्ट्रिंग और पेट की मांसपेशियों को स्ट्रेच करता है। यह पाचन तंत्र को शांत करता है और मासिक धर्म की परेशानी को कम करने में मदद करता है।

जानु शीर्षासन (Head-to-Knee Forward Bend)

कैसे करें:

  • फर्श पर बैठ जाएं और अपने पैरों को सामने की ओर फैलाएं।
  • दाहिने घुटने को मोड़ें और दाहिने पैर के तलवे को बाईं जांघ के अंदरूनी हिस्से से लगाएं।
  • सांस लेते हुए अपनी रीढ़ को सीधा करें।
  • सांस छोड़ते हुए, कूल्हों से आगे की ओर झुकें और अपने बाएं पैर की ओर बढ़ें।
  • अपने हाथों से पैर के पंजे, टखने या पिंडली को पकड़ें, जहां तक आप आराम से पहुंच सकें।
  • 30-60 सेकंड के लिए रुकें, फिर धीरे-धीरे ऊपर उठें और दूसरी तरफ से दोहराएं।

योग के अलावा अन्य घरेलू उपाय

योग के साथ-साथ कुछ और भी पीरियड में पेट दर्द का घरेलू उपाय हैं जिन्हें आप अपना सकते हैं:

  • गर्म पानी की सिकाई: पेट के निचले हिस्से पर गर्म पानी की बोतल या हीटिंग पैड से सिकाई करने से मांसपेशियों को आराम मिलता है।
  • अजवाइन का पानी: पीरियड में पेट दर्द का घरेलू उपाय अजवाइन एक सदियों पुराना नुस्खा है। एक चम्मच अजवाइन को एक गिलास पानी में उबालकर छान लें और गर्म-गर्म पिएं।
  • सही खान-पान: यह जानना बहुत जरूरी है कि पीरियड के टाइम दर्द मे क्या खाना चाहिए। अदरक, हल्दी, दालचीनी जैसी गर्म तासीर वाली चीजों को अपने आहार में शामिल करें। हरी पत्तेदार सब्जियां, फल और नट्स खाएं। कैफीन, ज्यादा नमक और प्रोसेस्ड फूड से बचें।
  • हाइड्रेशन: खूब पानी और हर्बल चाय पिएं। यह शरीर में सूजन और ब्लोटिंग को कम करता है।

निष्कर्ष

पीरियड्स का दर्द आपकी दिनचर्या को बाधित कर सकता है, लेकिन हर बार दर्द निवारक गोलियों पर निर्भर रहना सही नहीं है। ऊपर बताए गए 5 योगासन एक प्राकृतिक, सुरक्षित और बेहद प्रभावी तरीका हैं जो न केवल दर्द को कम करते हैं, बल्कि आपके शरीर और मन को भी शांत करते हैं।

इन आसनों को अपने पीरियड्स में पेट दर्द कम करने के उपाय की लिस्ट में शामिल करें। अगली बार जब आपको ऐंठन महसूस हो, तो दवा ढूंढने के बजाय अपना योगा मैट बिछाएं और इन कोमल आसनों को आजमाएं। आप निश्चित रूप से बेहतर महसूस करेंगी।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q. पीरियड्स में पेट दर्द क्यों होता है और इसे कैसे कम करें?

पीरियड्स में गर्भाशय की मांसपेशियां सिकुड़ती हैं, जिससे प्रोस्टाग्लैंडिंस हार्मोन बढ़ता है और दर्द होता है। बालासन, भुजंगासन जैसे योगासन और गर्म पानी की सिकाई से तुरंत राहत मिलती है।

Q. पीरियड्स में कौन से योगासन करने चाहिए और कौन से नहीं करने चाहिए?

करने चाहिए → बालासन, सुप्त बद्ध कोणासन, मार्जरी-बिटिलासन, भुजंगासन (हल्का), जानु शीर्षासन। नहीं करने चाहिए → उल्टे आसन (शीर्षासन, सर्वांगासन), गहरे ट्विस्ट, तेज पावर योगा और पेट पर ज्यादा दबाव डालने वाले आसन।

Q. पीरियड्स में पेट दर्द का सबसे तेज़ घरेलू उपाय क्या है?

सबसे तेज़ राहत के लिए: • पेट पर गर्म पानी की थैली 10-15 मिनट तक रखें • बालासन या सुप्त बद्ध कोणासन 5-10 मिनट करें • अजवाइन या अदरक की चाय पिएं — ये तीनों मिलकर 10-15 मिनट में दर्द बहुत कम कर देते हैं।

Q. पीरियड्स के पहले दिन सबसे ज्यादा दर्द हो तो क्या करें?

पहले दिन दर्द ज्यादा होने पर भारी एक्सरसाइज न करें। बस बालासन और सुप्त बद्ध कोणासन करें, गर्म सिकाई करें, अदरक-अजवाइन की चाय पिएं और हल्की वॉक लें। दवा लेने से पहले ये आज़माएं — ज्यादातर महिलाओं को 20-30 मिनट में आराम मिल जाता है।

Q. पीरियड्स में पेट दर्द के लिए मीठा खाना चाहिए या नहीं?

नहीं! चॉकलेट, केक, मिठाई, कोल्ड ड्रिंक से दर्द और ब्लोटिंग बढ़ सकती है। इसके बजाय केला, डार्क चॉकलेट (70%+), खजूर, बादाम या हल्की मिश्री वाली अदरक चाय लें। मैग्नीशियम और पोटैशियम से दर्द कम होता है।

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